Sunday 28 August 2022

संडे स्पेशल कहानी -पत्नी का हुक्म





एक राजा था ? उसने एक सर्वे कराने का निर्णय लिया , जिससे यह पता चल सके कि राज्य के लोगों की घर - गृहस्थी पति के हुक्म से चलती है या पत्नी के हुक्म से ...?


उसने एक इनाम रखा कि "  जिसके घर में पति का हुक्म चलता हो 

उसे मनपसंद घोडा़ इनाम में मिलेगा ?

 

और 


जिसके घर में पत्नी की चलती है 

उसे एक सेब मिलेगा ?


🐴🍎


एक के बाद एक सभी नगरवासी 

🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎🍎

सेब उठाकर ले जाने लगे ?


राजा को चिंता होने लगी कि 

क्या मेरे राज्य के सभी घरों में 

पत्नी का हुक्म चलता है ?🤔🤔



इतने में एक लम्बी लम्बी मूछों वाला , 

मोटा - तगडा़ और लाल - लाल आंखों वाला जवान आया और बोला.....

" राजा जी मेरे घर में मेरा ही हुक्म चलता है  ? इसलिये घोडा़ मुझे दीजिए ?"🐴


राजा बहुत खुश हुये और कहा जाओ अपना मनपसंद घोड़ा ले लो.. ? मुझे बहुत खुशी है कि चलो कोई एक घर तो मिला जहाँ पर आदमी की चलती है ? 😀😀


बड़ी बड़ी मूछों वाला वह जवान काला घोडा़ 🐴लेकर अपने घर के लिये रवाना हो गया ?


लेकिन थोड़ी ही देर में वह घोडा 🐴लेकर दरबार में फिर वापस लौट आया ?


राजा: "क्या हुआ...? वापस क्यों आ गये..??"


जवान : " महाराज मेरी घर वाली कह रही है कि काला रंग अशुभ होता है ? सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है , इसलिये आप सफेद रंग वाला 🦄घोडा लेकर आओ... ?


इसलिये आप मुझे सफेद रंग का घोडा़ दे 🦄दीजिए ?


राजा : अबे "घोडा़ रख 🐴.....और सेब 🍎लेकर चलता बन ,,, ?


इसी तरह रात हो गई ... दरबार खाली हो गया ,,  सभी लोग सेब 🍎🍎🍎🍎🍎लेकर चले गये ?


आधी रात को महामंत्री ने दरवाजा खटखटाया,,, ?


राजा : "कहो महामंत्री कैसे आना हुआ...???"


महामंत्री : " महाराज आपने सेब 🍎और घोडा़  🐴 इनाम में रखा है ,  इसकी जगह अगर एक कुंतल अनाज या कुछ ग्राम सोना वगैरह रखा होता तो लोग कुछ दिन खा सकते थे या जेवर बनवा सकते थे ,,, ?


राजा : " मैं भी इनाम में यही रखना चाहता था लेकिन महारानी 👸🏻ने कहा कि सेब 🍎और घोडा़ 🐴 ही ठीक रहेगा , इसलिये वही रखा ,,,, ?


महामंत्री : " महाराज आपके लिये सेब 🍎काट दूँ..!!!😊


राजा को हँसी आ गई और उसने पूछा कि यह सवाल तुम दरबार में कल सुबह भी पूछ सकते थे , फिर तुम आधी रात को ही क्यों आये.. ???


महामंत्री: "महाराज मेरी धर्मपत्नी ने कहा कि अभी जाओ और अभी पूंछकर आओ , ताकि सच्ची घटना का पता तो चले ?


राजा ( बात काटकर ) : "महामंत्री जी सेब 🍎आप खुद ले लोगे या आपके घर भेज दिया जाये ?" 




सीख :  *समाज चाहे जितना भी पुरुष प्रधान हो लेकिन हमारा घर स्त्री प्रधान ही है और हमेशा रहेगा ???*



मुझे भी मेरी पत्नी ने कहा कि यह कहानी अभी तुरंत सभी को भेजो ? 


इसलिये दोस्तो मैं सेब खाते हुये आप सबको यह कहानी भेज रहा हूँ .... ?


दोस्तो आप लोग सेब यहीं खाओगे या फिर घर ले जाओगे 😊😊😁


या फिर ट्राई मारोगे कि वास्तव में आपके घर में आपकी चलती है या आपकी पत्नी की  ?


*ट्राई मारकर देखना चाहो तो देख लो दोस्तो , लेकिन रिजल्ट क्या आया यह मुझे जरूर बताना ???*



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